मरे तो लाखों होंगे तुझ पर मैं तो तुम्हारे  साथ ही जीना चाहता हूँ I 

किस्मत मेरा इम्तेहान ले रही है, तड़प कर मुझे यह दर्द दे रही है दिल से कभी मैंने उसको   दूर नहीं किया फिर क्यों बेवफाई का  वह इल्जाम  दे रही है I 

मैं तब भी तेरा रहूंगा, जब मैं यहाँ नहीं रहूँगा I

जिस दिल में बसा था नाम तेरा हमने वो तोड़ दिया न होने दिया तुझे बदनाम  बस तेरे नाम लेना छोड़ दिया I 

किस्मत मेरा यह  इम्तेहान ले रही है, तड़प कर मुझे यह दर्द दे रही है, दिल से कभी मैंने उसे  दूर नहीं किया फिर क्यों वह बेवफाई का  इलज़ाम दे रही है I  

तू हज़ार बार भी रूठे  मैं मना लूँगा तुझे, मगर देख मेरी मोहब्बत में  शामिल कोई दूसरा ना हो I

दिल की धड़कन बन कर  मेरे दिल में रहोगे तुम, जब तक यह सांस है  तब तक मेरे साथ रहोगे तुम ।

यह लफ्जों में कैसे समझाऊं तुम्हे, अपनी यह चाहत का इशारा, अब यह धड़कने भी तुम्हारी हो गई और यह दिल भी तुम्हारा!!

कभी तुम्हारी मुझे  याद आती है, कभी तुम्हारे मुझे  ख्याल आते हैं, मुझे सताने के सलीके तो…तुम्हे बेहिसाब आते हैं…!!

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